आज भी जिनका निशान हमारे तिरंगे पर अंकित है, आइए जाने उस महान सम्राट अशोक मौर्य की गौरव गाथा।
प्रियदर्शी सम्राट अशोक व मौर्य साम्राज्य ट्रस्ट। आज भी जिनका निशान हमारे तिरंगे पर अंकित है, आइए जाने उस महान सम्राट अशोक मौर्य की गौरव गाथा। भारतीय संविधान की प्रस्तावना और उसका आधार जिस सम्राट अशोक के शिलालेख रहे हैं उन सम्राट अशोक मौर्य को भी दुर्भावना ग्रस्त इतिहासकारों ने भुला देने का षड्यंत्र रचा। महान सम्राट अशोक की गौरव गाथा जिन्होंने शस्त्र विजय के बाद धर्म विजय की इतिहास में नहीं मिलता ऐसा कोई उदाहरण प्रारंभिक जीवन में बेहद क्रूर थे सम्राट अशोक कलिंग युद्ध में हुए नरसंहार के बाद उनका हृदय बदल गया प्रजा पालन के लिए सदा तत्पर रहते थे अशोक उनका अशोक चिन्ह आज भारत का प्रशासनिक चिन्ह है अशोक का धर्मचक्र हमारे तिरंगे झंडे के बीच में स्थित है नई दिल्ली: सम्राट अशोक का जीवन मनुष्य के जीवन की अधोगति से उत्थान का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है. उनका प्रारंभिक जीवन क्रूरता और लिप्साओं से भरा हुआ था. लेकिन जीवन का आखिरी समय आते आते वह महानता के शिखर पर पहुंच चुके थे। उन्होंने शस्त्रों के जरिए विजय की शुरुआत की थी. लेकिन आखिर में उन्हो...
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